Monday, April 10, 2017

बीकानेर व्यापार उद्योग मण्डल का संक्रान्ति काल (7 सितम्बर, 2011)

जिला उद्योग संघ के पदाधिकारियों के चुनाव में बीकानेर व्यापार उद्योग मण्डल के अध्यक्ष की सम्भवतः अपरिपक्व सलाहकारों के चलती हुई किरकिरी उनके परिजनों को लगता है रास नहीं आई। यहां यह बताना जरूरी है कि बीकानेर व्यापार उद्योग मण्डल बीकानेर के लगभग सभी व्यापारियों और उद्योगपतियों की प्रतिनिधी संस्था है। तभी पिछले शनिवार को ही मण्डल अध्यक्ष शिवरतन अग्रवाल ने अपने समर्थक सदस्यों की बैठक बुला कर अपने ही द्वारा मनोनीत कार्यकारिणी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अध्यक्ष के इस समयानुकूल कदम की सभी प्रशंसा भी कर रहे हैं। मण्डल के विसंगतियों भरे संविधान के चलते लगातार हो रही पेचीदगियां उसका पीछा नहीं छोड़ रही है। अपने ही द्वारा मनोनीत कार्यकारिणी को इस्तीफा सौंपना भी संविधान की एक कमी को ही दर्शाता है। कहा जा रहा है कि इस सम्बन्ध में संविधान मौन है।
लगभग दो सौ सत्तर व्यावसायिक प्रतिष्ठान सीधे मण्डल के सदस्य हैं, जो ऐसे संकट के समय महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते थे। लेकिन संविधान ने उन्हें संरक्षक सदस्य बता कर घरों के ईशान कोण के एक आळे में पूजनीय बना कर जिस तरह देवताओं को थरपा जाता है। थरप दिया है। उल्लेखनीय है बदमजगी के चलते इस्तीफा दे चुके मण्डल कार्यकारिणी अध्यक्ष शिवरतन अग्रवाल ने संरक्षक सदस्यों को मताधिकार का प्रस्ताव देकर समझदारी दिखाई है।

उम्मीद करते हैं बीकानेर व्यापार उद्योग मण्डल में चल रहे संक्रान्ति काल के बाद मण्डल का सूर्य दिशा बदलेगा और उसके नियामक या संरक्षक या आगामी मण्डल प्रबन्धकारिणी नये संविधान के लिए गंभीरता से विचार करेगी और एक ऐसा संविधान मण्डल को देगी जिससे भविष्य में व्यापारियों और उद्योगपतियों की समस्याओं के समाधान ढूंढ़ने वाली संस्था खुद समस्याग्रस्त हो।                                   
                                                          --7 सितम्बर, 2011

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