Thursday, April 27, 2017

लोकनायक जेपी/राज में अराज (11 अक्टूबर, 2011)

लोकनायक जेपी
लोकनायक जयप्रकाश नारायण का आज जन्म दिन है। भारतीय लोकतंत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान को हम लगभग भूलते जा रहे हैं। आजादी के आन्दोलन में उनकी भूमिका और आजादी के बाद लगभग नेहरू के समकक्ष उनके कद से यह चर्चा चल पड़ी थी कि नेहरू के बाद देश के प्रधानमंत्री वो ही होंगे। लेकिन जेपी ने सामाजिक पुनर्रचना का रास्ता चुना और सक्रिय राजनीति से दूर होते गए। आठवें दशक में 1971 के युद्ध की सफलता के मद में जब इन्दिरा गांधी तानाशाह होती दिखाई देने लगी तो अकेले जेपी ही थे जिन्होंने व्यक्तिगत संबंधों की परवाह करते हुए इन्दिरा गांधी और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने स्वास्थ्य की परवाह करते हुए सक्रिय हुए। इसके चलते देश में आंतरिक आपातकाल लगा और बाद उसके 1977 में देश की आजादी के बाद केन्द्र में पहली गैर- कांग्रेसी सरकार बनी।
अब जब अन्ना की भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में जब तब गहरी समझ और स्पष्ट विचार का अभाव दिखता है तो जेपी की कमी शिद्दत से महसूस की जाती है। जेपी की स्मृति को नमन्।
राज में अराज

खबरों को देखने से लगता है कि भारी भरकम बजट और पूरे प्रशासनिक अमले औ़र दोनों स्थानीय निकाय नगर निगम और नगर विकास न्यास के बावजूद शहर में अराजकता है। शहर में पॉलीथिन का धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है, सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान धड़ल्ले से होता है, शराब की दुकानें अपने तय समय और स्थान से इधर-उधर होती रहती हैं। सड़कों-गलियों की रोड लाइटें कहीं रात की बजाय दिन में भी जलती रहती हैं और कहीं रात में पूरी तरह अंधेरा छाया रहता है, मानों वो समाज कंटकों को अवसर देने की फिराक में हों। शहर में वैसे भी साफ-सफाई अब पूरी तरह नहीं रहती है और इससे सम्बन्धित लोग यदि असहयोग पर उतर आये तो तौबा-तौबा। नगर निगम के कचरा ढोेने वाले वाहन जब कचरा भर कर उसे बिना ढके ही सड़कों पर फर्राटे से गुजरते हैं तो उनके पीछे चलना अस्वच्छकर और अस्वास्थ्यकर होता है। लेकिन कई बार इस स्थिति से बचने का अवसर भी यह कचरा वाहन आपको नहीं देते हैं।
वैसे शहर के सात लाख बाशिंदे यदि गन्दगी करने को उतारू हों तो सत्रह सौ सफाई कर्मी कुछ भी नहीं कर सकते। कहने का मानी यह कि शहर को साफ-सुथरा रखना है तो प्रत्येक नागरिक को ही इसके लिए तत्पर और सावचेत होना होगा।

                                           वर्ष 1 अंक 45, मंगलवार, 11 अक्टूबर, 2011

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