नागरी भंडार परिसर स्थित नरेन्द्रसिंह ऑडिटोरियम कल लोकार्पित हो गया। सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए शहर के बीच एक केंद्र कला-रसिकों को सुलभ हो गया है। इसके लिए नागरी भंडार ट्रस्ट और पूर्व राजपरिवार की मुखिया सुशीला कुमारीजी का उल्लेख आवश्यक है। कार्यक्रम में उनको भी सम्मानित किया गया जिनका छोटा-मोटा सहयोग रहा है। लेकिन ट्रस्टियों का बड़प्पन तो तब जाहिर होता कि मतभेदों के बावजूद वे अपने एक पुराने ट्रस्टी मानवेन्द्रकुमार का उल्लेख सम्मानजनक तरीके से इस कार्यक्रम में करते, जिन्होंने इतने छोटे स्थान पर इस ऑडिटोरियम की कल्पना भी संभव की और लगभग पूर्णता तक पहुंचाया।
वर्ष 1 अंक 42, शुक्रवार, 07 अक्टूबर, 2017
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