Saturday, July 23, 2016

लोक सेवा गारण्टी कानून/अन्ना आन्दोलन

राज्य मंत्रिमण्डल की कल हुई बैठक में जो निर्णय किये गये उनमें सबसे महत्त्वपूर्ण है लोक सेवा गारंटी कानून का विधेयक विधानसभा के इसी सत्र में लाया जाना।
कम्प्यूटर के बारे में सामान्य जानकारी रखने वाले रिफ्रेश एप्लिकेशन के बारे में जानते हैं ऐसा कहते है--थोड़े-थोड़े समय में इसे एप्लाई करने से कम्प्यूटर वार्मअप हो जाता है।
राज और शासन में  जो जड़ता आ गई है--उसके चलते 64 वर्ष बाद पूरी व्यवस्था को रिफ्रेश (पुनर्नवा) करने की बड़ी जरूरत है। सूचना का अधिकार कानून के बाद लोक सेवा गारंटी कानून के आने से इस व्यवस्था को रिफ्रेश करने का एक और बटन आम आदमी को मिल जायेगा।
शासन में आमजन को जो रोजमर्रा के काम पड़ते है--उनमें देखा गया है कि फिलहाल कोई अंकुश नही्ं है--इस कानून के बाद कार्य होने की एक निश्चित समयावधि तो तय होगी ही और यदि कार्य समय पर नहीं होता है तो आर्थिक दण्ड का प्रावधान भी इस विधेयक में है।
आर्थिक दण्ड का प्रावधान तो सूचना के अधिकार कानून में भी है लेकिन जिन अधिकारियों को यह आर्थिक दण्ड तय करना होता है। वे अभी तक अपने मातहतों को इस दण्ड बचाते रहे हैं। प्रभावी लोकपाल और लोकायुक्त व्यवस्था लागू होने पर ऐसे अधिकारी/कर्मचारी आर्थिक दण्ड देने की इस खुद हासिल सुविधा से वंचित हो सकते हैं।
हां कोई भी कानून प्रभावी तभी हो पायेगा जब जनता इन सब कानूनों से शिक्षित और जागरूक होगी।


कल सर्वदलीय बैठक के बाद केन्द्र सरकार ने अपनी कमर फिर से सीधी होने के संकेत दे दिये हैं। इसके कारण जनलोकपाल बिल के लिए चल रहा आन्दोलन जो असल में भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन है--आज अन्धेरे चौराहे पर खड़ा नजर रहा है। दरअस्ल एक लोकतान्त्रिक व्यवस्था में आप उस व्यवस्था के अन्दर जो कुछ सम्भव हो सकता है उससे ज्यादा की उम्मीद करना असफलता को निमन्त्रण देना है। टीम अन्ना में ऐसी सोच रखने वाले स्वामी अग्निवेश को टीम ने किनारे कर दिया है--बड़े पैमाने पर मिल रहे जन समर्थन से शायद टीम अन्ना के नीतिनिर्धारक यह भूल रहे हैं कि हम जिनके खिलाफ लड़ रहे हैं वे चाहे कितने भी भ्रष्ट हों, आये तो एक लोकतान्त्रिक तरीके से चुन कर ही हैं। अलावा इसके हर निर्णय की एक प्रक्रिया भी तय है। टीम अन्ना को इस तरफ भी विचार करना चाहिए। अन्यथा जन सैलाब यदि निराश होगा तो बड़ी जिम्मेदारी टीम अन्ना की भी मानी जायेगी।
वर्ष 1, अंक 5, गुरूवार, 25 अगस्त, 2011


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